J&K becomes first state to issue highest number of golden cards under Ayushman Bharat scheme
The people of Jammu and Kashmir have expressed their positive attitude towards government schemes by adopting Ayushman Bharat-Pradhan Mantri Jan Arogya Yojana (AB-PMJAY) at a large scale. Jammu and Kashmir has become the first state to distribute the highest number of golden cards under Ayushman Bharat-Pradhan Mantri Jan Arogya Yojana (AB-PMJAY).
In a recent development, more than 11 lakhs of golden cards have been issued under AB-PMJAY within 90 days of the launch of the scheme. As per the government estimate, In Jammu and Kashmir 60 percent families having at least one golden card which is highest in the country. A function was organized at Jammu and Kashmir on the occasion of the first anniversary of the launch of AB-PMJAY.
Ayushman Bharat in Jammu and Kashmir
In Jammu and Kashmir 126 public, 29 private hospitals and a total of 155 hospitals have been empanelled under Ayushman Bharat – Pradhan Mantri Jan Arogya Yojana. The objective of this scheme is to provide cashless and free health benefits to the entitled beneficiaries. According to the Socio-Economic Caste Census (SECC) 6.30 lakh poor and vulnerable families of Jammu and Kashmir are entitled to it. On the occasion, it was also informed that claims amounting 14 cr rupees have been already settled and the government is getting more registration under the scheme.
Salient Features of Ayushman Bharat Scheme
• A defined benefit covers of Rs. 5 lakh per family per year under Ayushman Bharat – National Health Protection Mission.
• The beneficiaries can avail benefits in both private and public empanelled hospitals.
• One of the major features of the scheme is that benefits are portable across the country. It means the beneficiary can avail the benefits across the country.
• Central Government will transfer the funds from Ayushman Bharat account through an escrow account directly.
• States/ UTs can decide to implement the scheme through an insurance company or directly through the Trust/ Society or use an integrated model.
जम्मू-कश्मीर के लोगों ने बड़े पैमाने पर आयुष्मान भारत-प्रधान मंत्री जन आरोग्य योजना (AB-PMJAY) को अपनाकर सरकारी योजनाओं के प्रति अपना सकारात्मक रुख व्यक्त किया है। आयुष्मान भारत-प्रधान मंत्री जन आरोग्य योजना (AB-PMJAY) के तहत जम्मू और कश्मीर सबसे अधिक स्वर्ण कार्ड वितरित करने वाला पहला राज्य बन गया है।
हाल ही के विकास में, योजना के शुभारंभ के 90 दिनों के भीतर एबी-पीएमजेएवाई के तहत 11 लाख से अधिक स्वर्ण कार्ड जारी किए गए हैं। सरकार के अनुमान के अनुसार, जम्मू और कश्मीर में 60 प्रतिशत परिवारों के पास कम से कम एक स्वर्ण कार्ड है जो देश में सबसे अधिक है। AB-PMJAY की पहली वर्षगांठ के अवसर पर जम्मू-कश्मीर में एक समारोह आयोजित किया गया था।
जम्मू-कश्मीर में आयुष्मान भारत
जम्मू और कश्मीर में 126 सार्वजनिक, 29 निजी अस्पतालों और कुल 155 अस्पतालों को आयुष्मान भारत – प्रधानमंत्री जन आरोग्य योजना के तहत सूचीबद्ध किया गया है। इस योजना का उद्देश्य पात्र लाभार्थियों को कैशलेस और मुफ्त स्वास्थ्य लाभ प्रदान करना है। सामाजिक-आर्थिक जाति जनगणना (SECC) के अनुसार, जम्मू-कश्मीर के 6.30 लाख गरीब और कमजोर परिवार इसके हकदार हैं। इस अवसर पर, यह भी बताया गया कि 14 करोड़ रुपये के दावों का निपटान पहले ही हो चुका है और सरकार इस योजना के तहत अधिक पंजीकरण करवा रही है।
आयुष्मान भारत योजना की मुख्य विशेषताएं
• रुपये का एक परिभाषित लाभ कवर। आयुष्मान भारत – राष्ट्रीय स्वास्थ्य सुरक्षा मिशन के तहत प्रति परिवार 5 लाख प्रति वर्ष।
• लाभार्थी निजी और सार्वजनिक दोनों निजी अस्पतालों में लाभ उठा सकते हैं।
• इस योजना की एक प्रमुख विशेषता यह है कि पूरे देश में लाभ पोर्टेबल हैं। इसका मतलब है कि लाभार्थी देश भर में लाभ उठा सकता है।
• केंद्र सरकार सीधे एक एस्क्रौ खाते के माध्यम से आयुष्मान भारत खाते से धन हस्तांतरित करेगी।
• राज्य / संघ राज्य क्षेत्र एक बीमा कंपनी के माध्यम से या सीधे ट्रस्ट / सोसायटी के माध्यम से योजना को लागू करने या एक एकीकृत मॉडल का उपयोग करने का निर्णय ले सकते हैं।
(17)